30 करोड़ की अवैध संपत्ति जब्त: योगी सरकार की सख़्त नीति पर इंस्पेक्टर वीरेंद्र कसाना का बड़ा एक्शन शामली।
उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अपराध और अपराधियों के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस नीति एक बार फिर ज़मीन पर उतरती नज़र आई है।
जनपद शामली पुलिस व प्रशासन ने गैंगस्टर एक्ट की धारा 14(1) के तहत एक ऐसी बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है, जो न सिर्फ अपराधियों के लिए चेतावनी है बल्कि आम जनता में कानून के प्रति भरोसा भी मज़बूत करती है।
👉 थाना झिंझाना क्षेत्र में लगभग 30 करोड़ रुपये की अवैध अचल संपत्ति को जब्त किया गया है। . गैंगस्टर फिरोज खान की 30 करोड़ की अवैध संपत्ति पर चला कानून का बुलडोज़र
यह कार्रवाई हिस्ट्रीशीटर व गैंगस्टर अपराधी गैंग लीडर फिरोज खान पुत्र अजीम खान,
निवासी मोहल्ला पठानान, कस्बा व थाना झिंझाना, जनपद शामली के खिलाफ की गई।
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार—
आरोपी लंबे समय से संगठित अपराध में लिप्त है
उसके खिलाफ कई गंभीर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं
अवैध तरीकों से अर्जित संपत्ति को छुपाकर रखा गया था
👉 जांच में सामने आया कि संपत्ति अपराध की कमाई से अर्जित की गई है, जिसके बाद गैंगस्टर एक्ट के तहत अनुमानित बाजार मूल्य लगभग 30 करोड़ रुपये की संपत्ति को जब्त किया गया।
. एक्शन स्पेशलिस्ट इंस्पेक्टर वीरेंद्र कसाना: जिनकी पहचान सिर्फ वर्दी नहीं, कार्रवाई है
इस पूरी कार्रवाई के केंद्र में हैं
इंस्पेक्टर वीरेंद्र कसाना, थाना प्रभारी झिंझाना।
जनता और पुलिस महकमे में जिनकी पहचान—
एनकाउंटर स्पेशलिस्ट
इनामी बदमाशों पर सटीक कार्रवाई
कानून के दायरे में रहकर सख़्त निर्णय
👉 इससे पहले भी इंस्पेक्टर वीरेंद्र कसाना
कई खतरनाक व इनामी अपराधियों को ढेर कर चुके हैं,
जिससे इलाके में अपराधियों की कमर टूटी है।
इस बार उन्होंने बिना किसी शोर-शराबे के, पूरी कानूनी प्रक्रिया के तहत
अपराध की जड़— अवैध संपत्ति— पर सीधा वार किया।
. कानून क्या कहता है? गैंगस्टर एक्ट की धारा 14(1) का मतलब
उत्तर प्रदेश गैंगस्टर एवं असामाजिक क्रियाकलाप (निवारण) अधिनियम की
धारा 14(1) के तहत—
यदि कोई संपत्ति गैंगस्टर या उसके सहयोगियों द्वारा
अवैध तरीके से अर्जित की गई हो,
तो जिला प्रशासन व पुलिस उसे जब्त कर सकती है।
👉 इस कार्रवाई में—
पूरा रिकॉर्ड
वैधानिक प्रक्रिया
प्रशासनिक अनुमति
सब कुछ नियमों के अनुसार किया गया है।
यही वजह है कि यह कार्रवाई कानूनी रूप से मजबूत और न्यायिक कसौटी पर खरी उतरती है।
. योगी सरकार की गाइडलाइन पर सख़्त अमल
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ साफ कह चुके हैं—
“अपराधी या तो अपराध छोड़ देगा,
या प्रदेश छोड़ देगा।”
इसी नीति के तहत—
अपराधी ही नहीं
अपराध से कमाई गई संपत्ति भी
अब सुरक्षित नहीं है।
👉 इंस्पेक्टर वीरेंद्र कसाना की यह कार्रवाई
योगी सरकार की उसी गाइडलाइन का
जमीनी उदाहरण है।
. एसपी शामली के नेतृत्व में संगठित कार्रवाई
इस पूरे अभियान में
पुलिस अधीक्षक शामली के निर्देशन व मार्गदर्शन में
पुलिस और प्रशासन ने समन्वय बनाकर काम किया।
एसपी शामली द्वारा—
अपराधियों पर लगातार निगरानी
थानों को स्पष्ट निर्देश
कानून के दायरे में कठोर कार्रवाई
👉 इसी का नतीजा है कि
आज शामली जनपद में
अपराधियों के हौसले पस्त हैं।
. जनता के लिए साफ संदेश
इस कार्रवाई के बाद संदेश बिल्कुल साफ है—
अपराध करके कमाई गई दौलत अब सुरक्षित नहीं
गैंगस्टर बनकर समाज में डर फैलाने की जगह नहीं
कानून का राज
ईमानदार पुलिस अफसरों को पूरा समर्थन
निष्कर्ष
30 करोड़ की संपत्ति की जब्ती
सिर्फ एक कार्रवाई नहीं,
बल्कि—
अपराध के खिलाफ सरकार की मंशा
पुलिस की कानूनी ताकत
और जनता के लिए न्याय का भरोसा है।
इंस्पेक्टर वीरेंद्र कसाना जैसे अफसर
योगी सरकार की उस सोच को आगे बढ़ा रहे हैं,
जहां अपराधी नहीं— कानून चलता है।
अगर चाहें तो मैं: