
अगर राहुल गांधी प्रधानमंत्री होते तो पाकिस्तान का नक्शा बदल चुका होता?”
“दोस्तों, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस हमले में हमारे देश के वीर पोनीवाले सैयद आदिल हुसैन शाह ने कई हिंदू पर्यटकों की जान बचाते हुए अपनी शहादत दी। लेकिन इस दर्दनाक घटना के बीच ट्विटर पर एक बयान वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया गया है कि अगर इंदिरा गांधी के वंशज सत्ता में होते, तो पाकिस्तान का नक्शा ही बदल दिया जाता।”
“मोदी जी तो संयम से जवाब देते हैं,
इंदिरा गांधी के वंशज होते तो पाकिस्तान का नक्शा बदल चुका होता!”
“राहुल गांधी के समर्थकों का यह कहना है कि जिस तरह इंदिरा गांधी ने 1971 में पाकिस्तान को दो टुकड़ों में बांटकर बांग्लादेश बनाया था, अगर वही जोश और नेतृत्व आज होता — तो पहलगाम हमले का जवाब सिर्फ बयान नहीं, बलिदान का बदला बनता!”
“सोचिए, अगर केंद्र की सत्ता में कांग्रेस होती, और इस हमले के तुरंत बाद पाकिस्तान पर राजनीतिक, कूटनीतिक या फिर सैन्य दबाव डाला जाता — तो क्या हमारी सीमा सुरक्षित होती? क्या दुश्मन को उसी की भाषा में जवाब मिलता?”
– 1971 युद्ध, बांग्लादेश की आजादी)
Anchor: “1971 की बात करें, तो इंदिरा गांधी ने न सिर्फ पाकिस्तान को शिकस्त दी, बल्कि दुनिया को दिखा दिया कि भारत कमजोर नहीं, निर्णायक देश है। उसी परंपरा की बात आज राहुल गांधी के समर्थक कर रहे हैं।”
“आज देश पूछ रहा है — आतंकियों को सिर्फ शांति का संदेश देंगे या गोली का जवाब गोली से देंगे?
सवाल बड़ा है, जवाब आप दीजिए — क्या पाकिस्तान को फिर से उसी अंदाज़ में जवाब देने की ज़रूरत है?”