
मुजफ्फरनगर चीरघर में पीड़ित परिवार से वसूली की शर्मनाक घटना — भारतीय किसान यूनियन (तोमर) के हस्तक्षेप से बची इज्जत, दलालों में मचा हड़कंप
मुजफ्फरनगर, 30 अप्रैल
भारतीय किसान यूनियन (तोमर) एक बार फिर पीड़ित परिवारों की आवाज बनकर सामने आई है। आज नगर उपाध्यक्ष साजिद अब्बासी के भतीजे अनस की संदिग्ध परिस्थितियों में आत्महत्या से मौत के बाद उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए मुजफ्फरनगर भोपा रोड चीरघर लाया गया। निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार, पोस्टमार्टम रात्रि 8 बजे शुरू होना था।
लेकिन चीरघर में तैनात अधिकारियों व कर्मचारियों की लापरवाही तथा भ्रष्टाचार का घिनौना चेहरा सामने आया। पोस्टमार्टम करने वाले एक अधिकारी ने पीड़ित परिवार से वीडियो चिप के नाम पर ₹2000 की अवैध वसूली की और फिर बिना कारण प्रक्रिया को रात 12 बजे तक टाल दिया।
इतना ही नहीं, विभाग से जुड़े कुछ दलालों ने पीड़ित परिवार पर ₹10,000 की अतिरिक्त मांग कर डाली। जैसे ही इस शर्मनाक घटना की जानकारी भारतीय किसान यूनियन (तोमर) के नवनियुक्त युवा जिला अध्यक्ष सोनू चौधरी व जिला अध्यक्ष निखिल चौधरी को मिली, वे तुरंत रात 1 बजे जटमुझेड़ा भोपा रोड चीरघर पर पहुंचे।
मौके पर पहुँचते ही दोनों जिला अध्यक्षों ने संबंधित अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। उनके दबाव व सख्त तेवरों के चलते तत्काल पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू कराई गई। अधिकारियों में हड़कंप मच गया और आनन-फानन में शव का पोस्टमार्टम संपन्न किया गया।
भारतीय किसान यूनियन (तोमर) के जिला अध्यक्ष निखिल चौधरी व युवा जिला अध्यक्ष सोनू चौधरी ने स्पष्ट संदेश दिया कि संगठन हर परिस्थिति में पीड़ित परिवारों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा रहेगा और इस तरह के भ्रष्टाचार व दलाली को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
स्थानीय लोगों ने भी भारतीय किसान यूनियन (तोमर) के इस त्वरित हस्तक्षेप की सराहना की और कहा कि चीरघर जैसे संवेदनशील स्थानों पर दलालों की पकड़ प्रशासन की नाकामी का प्रमाण है। संगठन ने प्रशासन से इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
– NDUP ब्यूरो, मुजफ्फरनगर