
“मौलाना मदनी का हुंकार: ‘भारत हमारा वतन है, इसकी रक्षा हमारी जिम्मेदारी'”
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स्क्रिप्ट:
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सेना द्वारा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित आतंकी ठिकानों पर की गई कार्रवाई के बाद, जमीयत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने एक सशक्त और एकजुटता का संदेश देने वाला बयान दिया है।
मौलाना मदनी ने कहा, “यदि पाकिस्तान की ओर से कोई युद्ध थोपने की कोशिश की जाती है, तो हम स्पष्ट और दो टूक शब्दों में यह ऐलान करते हैं कि पूरा देश, सभी धर्मों के लोग और विशेष रूप से मुसलमान, अपनी सेना के साथ चट्टान की तरह खड़े हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “भारत हमारा वतन है, इसकी रक्षा करना हमारी राष्ट्रीय और संवैधानिक जिम्मेदारी है। जमीयत उलमा-ए-हिंद ने हमेशा देशभक्ति, शांति और एकता का संदेश दिया है, और आज जब हमारी सीमाओं पर खतरा मंडरा रहा है, तो हम अपनी सेनाओं के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े होने की घोषणा करते हैं।”
मौलाना मदनी ने यह भी स्पष्ट किया कि देश की संप्रभुता, अखंडता और सुरक्षा के मुद्दे पर किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जा सकता। उन्होंने देशवासियों से एकता, धैर्य और बलिदान की भावना को बढ़ावा देने की अपील की, और सरकार से आग्रह किया कि वह दुश्मन की हर आक्रामक कार्रवाई का मुंहतोड़ जवाब दे।
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निष्कर्ष:
मौलाना महमूद मदनी का यह बयान देश में एकता और भाईचारे की भावना को मजबूत करता है, और यह दर्शाता है कि भारत के मुसलमान देश की सुरक्षा और संप्रभुता के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। उनका यह संदेश न केवल आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता का प्रतीक है, बल्कि यह भी स्पष्ट करता है कि भारत की विविधता उसकी सबसे बड़ी ताकत है।