
भारत-पाकिस्तान संघर्ष विराम: ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में भारत की निर्णायक बढ़त
नई दिल्ली, 10 मई 2025 — भारत और पाकिस्तान ने आज शाम 5 बजे से पूर्ण संघर्ष विराम लागू करने पर सहमति जताई है, जिससे हालिया सैन्य तनाव में अस्थायी विराम आया है। हालांकि, इस संघर्ष विराम के पीछे की कहानी भारत की निर्णायक सैन्य और कूटनीतिक बढ़त की है, जिसे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के माध्यम से हासिल किया गया।
‘ऑपरेशन सिंदूर’: आतंक के खिलाफ निर्णायक प्रहार
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष भारतीय नागरिकों की हत्या के बाद भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की शुरुआत की। इस अभियान में भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में स्थित 9 आतंकी ठिकानों पर 24 मिसाइल हमले किए, जिसमें लगभग 70 आतंकवादी मारे गए ।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया और संघर्ष विराम की पहल
भारतीय कार्रवाई के जवाब में पाकिस्तान ने मिसाइल और ड्रोन हमले किए, जिनमें भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया। हालांकि, भारत की सख्त प्रतिक्रिया और अंतरराष्ट्रीय दबाव के चलते पाकिस्तान को पीछे हटना पड़ा। आज दोपहर 3:35 बजे पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशक (DGMO) ने भारतीय समकक्ष को फोन कर संघर्ष विराम की पहल की, जिसे भारत ने स्वीकार किया ।
भारत की कूटनीतिक मजबूती
संघर्ष विराम की घोषणा के बाद विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने स्पष्ट किया कि यह निर्णय दोनों देशों के बीच सीधे संवाद का परिणाम है, जिसमें भारत की कूटनीतिक पहल प्रमुख रही ।
आगे की राह
दोनों देशों के DGMO 12 मई को दोपहर 12 बजे फिर से बातचीत करेंगे, जिससे संघर्ष विराम की स्थिति की समीक्षा की जा सके। हालांकि, भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि आतंकवाद के खिलाफ उसकी नीति में कोई बदलाव नहीं होगा और वह अपनी संप्रभुता की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएगा।
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नोट: यह रिपोर्ट भारत की सैन्य और कूटनीतिक स्थिति को दर्शाने के उद्देश्य से तैयार की गई है, जिसमें ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता और पाकिस्तान की संघर्ष विराम की पहल को प्रमुखता दी गई है।