
कैराना लोकसभा में गद्दारी की पटकथा! भाजपा विधायक के काफिले में दिखी गाड़ी, सांसद प्रदीप चौधरी की हार में इसी “अपनापन” ने निभाई थी भूमिका?
NDUP विशेष रिपोर्ट | शाहज़ाद बदरी
कैराना लोकसभा सीट से हार का ज़ख्म अब धीरे-धीरे खुलने लगा है। जिन पर जीत की बुनियाद रखने की जिम्मेदारी थी, वही लोग ज़मीन खिसकाने में लगे थे। यह बात अब सिर्फ हवा में नहीं, वीडियो और घटनाओं के जरिए सामने आ चुकी है।
मामला गंगोह विधानसभा से जुड़ा है, जो कैराना लोकसभा में आती है। हाल ही में सामने आए वीडियो में भाजपा विधायक के काफिले के ठीक पीछे एक गाड़ी चलती दिख रही है — वही गाड़ी, जो सपा सांसद इकरा हसन के प्रतिनिधि की बताई जा रही है, और उस वक्त उसमें मौजूद थे खुद उनके पिता।
अब सवाल उठता है – क्या यह सिर्फ इत्तेफाक है?
या फिर वही “अपना” जिसने सांसद प्रदीप चौधरी को जिताने का वादा किया था, आख़िरकार कहीं और वफादारी निभा रहा था?
जो वीडियो वायरल हो रहा है, वो कोई आम वीडियो नहीं है। वो उस काफिले की असलियत बयां करता है, जिसने कैराना लोकसभा में हार की पटकथा गंगोह से लिखी।
जिनपर सबसे ज़्यादा भरोसा था, वही सबसे पहले पीठ में छुरा घोंपते नज़र आ रहे हैं।
वहीं, इस पूरे मामले पर फेसबुक पोस्टों में भी उबाल है।
हैदर अली झिंझाना नाम के स्थानीय नेता ने दो टूक लिखा:
> “हमने सुना है कैराना सांसद के साथ हर टाइम रहने वाले ने कल बीजेपी नेताओं का स्वागत करा है वफादार।”
और फिर एक और पोस्ट में बोले:
“तुम करो तोह डांस, हम करें तोह मुजरा… सांसद प्रतिनिधि कैराना सपा ही बीजेपी है।”
भले ही पार्टी कोई हो, लेकिन सवाल उस “करीबी” से है जो भाजपा विधायक की गाड़ी के साथ-साथ चल रहा है और सांसद प्रदीप चौधरी की हार में भूमिका निभा गया।
क्या कैराना की जनता को सिर्फ़ दिखावे में साथ चाहिए या असली वफादारी में?
क्या हाईकमान अब इस गद्दारी पर एक्शन लेगा या फिर ये सब ऐसे ही चलता रहेगा?
NDUP इस पूरे मामले को उजागर करता रहेगा।