योगी जी, शामली के RTO पर कार्रवाई होगी या नहीं?
किसानों पर सख़्ती और रेत–माफिया पर नरमी… आखिर क्यों?”
शामली, उत्तर प्रदेश —
जिले में शनिवार को ARTO रोहित राजपूत की टीम ने कर्नाल रोड पर गन्ने से भरे चार वाहनों को ओवरलोड बताकर सीज़ कर दिया।
साथ ही मौके पर लगभग ₹1.50 लाख जुर्माना वसूला गया।
लेकिन इस कार्रवाई के बाद पूरे शामली में एक ही आवाज़ उठी —
“क्या कानून सिर्फ किसानों के लिए है?”
सवाल उठ रहे हैं… और बहुत तीखे उठ रहे हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से जनता की गुहार
माननीय मुख्यमंत्री जी,
क्या शामली में RTO विभाग नियमों का पालन सही करता है
या फिर किसानों को ही आसान शिकार बनाकर छोड़ दिया जाता है?
किसान रातभर मेहनत करे, दिनभर लाइन में रहे,
उसके गन्ने का तोल तोल-तोलकर किया जाए…
और ऊपर से उसी को चालान और सीज़िंग?
जबकि—
❓ उसी रोड पर सबसे ज़्यादा ओवरलोड रेत–बजरी वाले ट्रक चलते हैं,
उन पर कार्रवाई क्यों नहीं होती?
❓ क्या ARTO विभाग की नजर सिर्फ उन गाड़ियों पर जाती है,
जिन्हें रोकना आसान हो और विरोध कम मिले?
❓ क्या रेत–खनन माफिया की ट्रॉलियों पर हाथ डालने से
अधिकारियों के हाथ कांपते हैं?
❓ क्या गन्ना किसान ही “चेकिंग अभियान” का सबसे सुरक्षित निशाना है?
❓ क्या यह कार्रवाई चयनात्मक नहीं लगती?
🌾 किसानों का दर्द — सरकार तक पहुँचना जरूरी
गन्ने का रेट वही, खर्च दोगुना…
डीज़ल महंगा, खाद महंगी, मजदूरी महंगी…
भुगतान महीनों लेट…
और ऊपर से RTO की चाबुक?
किसान कोई अपराधी नहीं —
वह सिर्फ अपनी मेहनत का फल मिल तक पहुंचा रहा है।
🔥 मुख्यमंत्री जी, यह शिकायत है — और जनता का सीधा सवाल भी
“क्या शामली के RTO पर जांच होगी?”
“क्या चयनात्मक कार्रवाई पर रोक लगेगी?”
“क्या किसानों को राहत और माफिया को सख़्ती मिलेगी?”
जब तक इन सवालों के जवाब नहीं मिलते —
शामली का किसान यह दर्द नहीं भूलेगा।
सरकार का दायित्व सिर्फ क़ानून चलाना नहीं,
बल्कि क़ानून को सभी पर बराबर लागू करना है।
अब नज़र सरकार पर है—
क्या योगी जी शामली RTO की इन हरकतों पर कार्रवाई करेंगे या नहीं?