
अतिपिछड़ा एकीकरण महाअभियान प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी से की मुलाकात, शिल्पकार आरक्षण समेत कई मांगें रखीं
संतकबीरनगर। 2 मई।
आज लगभग 11:30 बजे अतिपिछड़ा एकीकरण महाअभियान का एक प्रतिनिधिमंडल नवागत जिलाधिकारी श्री आलोक कुमार से मुलाकात कर बहुप्रतीक्षित मांगों को लेकर विस्तृत चर्चा की। प्रतिनिधिमंडल ने शिल्पकार आरक्षण, माटीकला हेतु समतल भूमि पर स्थायी पट्टा और बड़े पैमाने पर रोजगारपरक हब की स्थापना जैसी मांगों को लेकर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। साथ ही जिला जाति प्रमाण पत्र सत्यापन समिति द्वारा पूर्व में दिए गए राजनीति से प्रभावित फैसले पर पुनर्विचार हेतु भी प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया गया।
नेतृत्वकर्ता श्री अनिल कुमार प्रजापति ने कहा कि भारत सरकार द्वारा घोषित जाति जनगणना का ऐतिहासिक निर्णय निश्चित रूप से शोषित, वंचित और अतिपिछड़े समाज के उत्थान का आधार बनेगा, बशर्ते आंकड़े पारदर्शी रहें और संख्यानुपातिक अधिकारों की सुनिश्चितता की जाए। उन्होंने कहा कि 1931 की जनगणना के अनुरूप शिल्पकार, मझवार, तुरैहा, धनगर, दुसाध, गौड़ आदि जातियों एवं उपजातियों की गणना से आरक्षण विवाद का स्थायी समाधान निकल सकता है।
श्री प्रजापति ने समाज के लोगों से अपील की कि सोशल मीडिया पर अनावश्यक भ्रम फैलाने वाले नौसिखिया नेताओं, पार्टीगत सौदागरों और इच्छाधारी मठाधीशों के बहकावे में न आकर एकजुट होकर आवाज बुलंद करें। उन्होंने कहा कि कुम्हार समाज सृष्टि सृजन का मुख्य शिल्पी है और उत्तराखंड की तर्ज पर यदि उत्तर प्रदेश समेत पूरे देश में शोषित-वंचित समाज को आरक्षण का लाभ मिला तो सामाजिक न्याय का मार्ग प्रशस्त होगा।
इस अवसर पर रामप्रकाश प्रजापति, दिनेश चंद्र प्रजापति, शिवचंद प्रजापति, रामनाथ प्रजापति, राम अजोर प्रजापति, बेचन प्रजापति (बीडीसी), सुमन प्रजापति, रामरुप प्रजापति सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
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