
🌩️ शामली के गाँव गोगवान में बिजली विभाग के जेई पर एक और गंभीर आरोप
शामली, उत्तर प्रदेश – ग्राम गोगवान से उठ रही लगातार शिकायतों के बीच स्थानीय बिजली विभाग के जूनियर इंजीनियर (Jay) पर एक बार फिर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। यहां की छात्रा और ग्रामीण परिवार ने RTI के माध्यम से उजागर की गई अनियमितताओं और इस अधिकारी के कथित दमनकारी रवैये पर सवाल उठाए हैं।
🔍 आरोपों का सार
अनधिकृत घुसपैठ: बताया जा रहा है कि जेई ने छात्रा के घर बिना वॉरंट या अनुमति के कार्रवाई करते हुए ऊपरी मंजिल तक प्रवेश किया, जहां महिलाएं मौजूद थीं ।
डराने-धमकाने का तरीका: इस दौरान परिवार पर मनोवैज्ञानिक दबाव बनाया गया और यह कदम कथित रूप से पत्रकारों अथवा शिकायतकर्ताओं को डराने के उद्देश्य से बताया जा रहा है ।
भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप: बिजली के पुराने खंभे हटवाके नए खंबे लगाने में कथित अनियमित धन-लेनदेन, और रिश्वत मांगने जैसी गतिविधियाँ जारी बताई जा रही हैं।
🛡️ प्रशासन की भूमिका और मौन
छात्रा द्वारा लगे आरोपों एवं दर्ज RTI के बावजूद, शामली बिजली विभाग और स्थानीय प्रशासन डराने-धमकाने की इन घटनाओं पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहे।
समाज के आलोचकों का मानना है कि इसे बेरोकटोक जारी रहा तो स्थानीय वर्ग विशेष और पत्रकार भी निशाने पर हो सकते हैं ।
📝 NDUP की ओर से उठते सवाल
NDUP News ने एक रिपोर्ट जारी की, जिसमें अधिकारियों की भूमिका पर सवाल उठाए गए हैं और साथ ही इस जेई के खिलाफ कड़ी मांगें भी की गई हैं—जैसे तत्काल निलम्बन, उच्चस्तरीय जांच और उचित सुरक्षा उपाय ।
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📌 आगे क्या हो सकता है?
📌 उत्पीड़क व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा: स्थानीय नागरिक एवं समाजसेवी जोर दे रहे हैं कि बिजली विभाग इसे महज व्यक्तिगत समस्या न बनाएं, बल्कि इसे कानूनी दृष्टिकोण से देखें।
📌 सुरक्षा और न्याय की मांग तेज होती जा रही है: जहाँ RTI ने इन व्यवस्थित गलतियों को सामने लाया, वहीं उच्चाधिकारियों से अपेक्षा की जा रही है कि फिर दोहराए अपराधों पर कड़ी कार्यवाही करते हुए, भविष्य में ऐसी घटनाएँ रोकने के लिए नीतियाँ लागू करें।