
गाज़ा में 93 राहत ट्रकों की एंट्री के बावजूद 14,000 बच्चों की जान पर संकट बरकरार
गाज़ा में मानवीय संकट गहराता जा रहा है। हाल ही में इज़रायल ने 93 संयुक्त राष्ट्र (UN) राहत ट्रकों को गाज़ा में प्रवेश की अनुमति दी है, जिसमें आटा, शिशु आहार, दवाएं और चिकित्सा उपकरण शामिल हैं। हालांकि, संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि इन ट्रकों में लाया गया सामान अभी तक गाज़ा के नागरिकों तक नहीं पहुंच पाया है। UN प्रवक्ता स्टेफ़न दुजारिक ने बताया कि उनके कर्मचारी कई घंटों तक इंतजार करते रहे, लेकिन उन्हें आपूर्ति को गोदामों तक पहुंचाने की अनुमति नहीं मिली ।
संयुक्त राष्ट्र के मानवीय प्रमुख टॉम फ्लेचर ने चेतावनी दी है कि यदि 48 घंटों के भीतर और सहायता नहीं पहुंचाई गई, तो गाज़ा में 14,000 नवजात शिशुओं की जान खतरे में पड़ सकती है । गाज़ा में 93% से अधिक बच्चे, यानी लगभग 9.3 लाख, भुखमरी के जोखिम में हैं।
इज़रायल का कहना है कि उसने 93 ट्रकों को गाज़ा में प्रवेश की अनुमति दी है, लेकिन संयुक्त राष्ट्र और अन्य मानवीय संगठनों का कहना है कि यह सहायता गाज़ा की ज़रूरतों के मुकाबले बहुत कम है। युद्ध से पहले गाज़ा में प्रतिदिन 500 से 600 ट्रक सहायता पहुंचते थे, जबकि वर्तमान में यह संख्या बहुत कम है ।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने गाज़ा में मानवीय संकट पर गहरी चिंता व्यक्त की है। ब्रिटेन ने इज़रायल के साथ व्यापार वार्ता को निलंबित कर दिया है और कुछ इज़रायली व्यक्तियों और संस्थाओं पर प्रतिबंध लगाए हैं। यूरोपीय संघ ने भी इज़रायल के साथ अपने व्यापार समझौते की समीक्षा शुरू कर दी है ।
गाज़ा में बच्चों की भूख और कुपोषण की स्थिति बेहद गंभीर है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, गाज़ा के 40% से अधिक निवासी 14 वर्ष या उससे कम आयु के हैं, और उनमें से कई गंभीर कुपोषण और बीमारियों से पीड़ित हैं ।
मानवाधिकार संगठनों और संयुक्त राष्ट्र ने इज़रायल से अपील की है कि वह मानवीय सहायता के वितरण में बाधाएं न डाले और गाज़ा के नागरिकों को आवश्यक सहायता प्रदान करने की अनुमति दे। गाज़ा में जारी मानवीय संकट को देखते हुए, तत्काल और निर्णायक कार्रवाई की आवश्यकता है ताकि निर्दोष नागरिकों, विशेषकर बच्चों, की जान बचाई जा सके।