झिंझाना में कब्रिस्तान के पास मेले की तैयारी, यूपी सरकार की गाइडलाइन का खुला उल्लंघन!
शामली/झिंझाना।
सूत्रों से मिली ताज़ा जानकारी और तस्वीरों से यह साफ़ हो गया है कि झिंझाना कस्बे में कब्रिस्तान और धार्मिक स्थलों के पास आज रात होने वाले मेले और कार्यक्रम की पूरी तैयारी कर ली गई है। बड़े-बड़े डीजे बॉक्स, स्टेज और सैकड़ों कुर्सियाँ लगा दी गई हैं।
यह सब तब हो रहा है जबकि उत्तर प्रदेश सरकार की गाइडलाइन में साफ़ तौर पर कहा गया है कि:
1. किसी भी धार्मिक स्थल, मस्जिद, मंदिर या कब्रिस्तान के पास डीजे और लाउडस्पीकर पूरी तरह प्रतिबंधित हैं।
2. रात 10:00 बजे से सुबह 6:00 बजे तक किसी भी प्रकार का डीजे/लाउडस्पीकर चलाना कानूनन अपराध है।
3. किसी भी तरह के सार्वजनिक कार्यक्रम या मेले के
लिए प्रशासन से अनुमति लेना अनिवार्य है।

4. धार्मिक या संवेदनशील स्थानों पर किसी भी तरह की भीड़ इकट्ठा करने की अनुमति नहीं दी जाती।
लेकिन झिंझाना में लगाए गए इस मेले की तस्वीरें सरकार की इन गाइडलाइन की धज्जियाँ उड़ाती नज़र आ रही हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह मामला सीधे-सीधे मुसलमानों की धार्मिक भावनाओं से जुड़ा हुआ है। क्योंकि जहां यह मेला लगाया जा रहा है, वहीं बड़े-बड़े आलिम और सूफ़िया की मज़ारें और कब्रें मौजूद हैं। सवाल यह उठ रहा है कि क्या इन पवित्र स्थलों पर डीजे बजाना, नाच-गाना करना और भीड़ इकट्ठा करना सही है?
एसपी शामली ने जांच के आदेश तो जारी किए हैं, लेकिन अब नज़रें इस बात पर हैं कि क्या प्रशासन इस गाइडलाइन के उल्लंघन पर तत्काल सख़्ती से कार्रवाई करेगा।
लोगों का कहना है कि – “कुछ गिने-चुने लोग पूरे समाज और सिस्टम पर दाग़ लगा रहे हैं। अगर समय रहते प्रशासन ने इस पर रोक नहीं लगाई तो हालात बेक़ाबू हो सकते हैं।”
—